Friday, 22 July 2016
Wednesday, 13 July 2016
गरीबी-अनुज पारीक
गरीबी हाथ से रिश्तो का दामन छीन लेती है ,पिता की मौत भी बच्चो से बचपन छीन लेती है .गरीबी खुशियां छीन लेती है! जरुरत और मजबूरियां आदमी से घर आँगन छीन लेती है हालातो में फसे आदमी से तो अपने भी मुॅह मोड़ लेते है ,गरीबी हाथ से रिश्तों का दामन छीन लेती है !! (अनुज पारीक)
कितना अच्छा लगता है
कुछ न करते हुए बैठे रहना घंटो तक सुनना सिर्फ़ उस हसी को कितना अच्छा लगता है .भूल जाना हर एक परेशानी को खुद ही में खोकर तुझे पा लेना कितना अच्छा लगता है. खोकर कही नए तराने बुनता हूँ नए सुर में गुन गुनाना अच्छा लगता है .ANUJPAREEK
#A #College #Going #Student -#ANUJPAREEK
#A #College #Going #Student -#ANUJPAREEK
कभी कभी एक ख्याल जो दिल में आता है चेन-ओ -सुकून सब चला जाता है
सोचता हूँ कभी जो उस दायरे में तो लगता है जैसे सिर पर बाल ही ना हो
और अगर किसी college going student के कोई gf ना हो तो जैसे सिर पर बाल ना हो
मेरी कहानी भी कुछ ऐसी ही थी और मुझे भी कई बार ऐसा ही लगता था
लेकिन जब जब भी सोचता हूँ उस दायरे में तो एक फ़र्ज़ हूँ मैं !घर से मीलो-दूर आया हूँ . कुछ करना है नाम कमाना है पैसा कमाना है .पर अपने दोस्तों को देख कर कर कभी कभी लगता था की Bike राइडिंग , किसी मॉल के बाहर घंटो खडे रहना, आँखे सेकना,धुँआ के साथ चाय की थडियों पे गप-शप करना शायद यही वक़्त बिताने का एक तरीका होता है .किसी कॉलेज स्टूडेंट के लिए और मुझे भी लगता की अब तो Gel लगानी चाहिए .. और लगता भी क्यों ना आखिर मैं भी तो एक कॉलेज गोइंग स्टूडेंट था ..लेकिन मैं जिसे वक़्त बिताना समझ रहा तो वो तो सिर्फ वक़्त ख़राब करना था खेर मैं जान चुका था ये सब time -पास नहीं लक्ष्य से by -pass है !और उसी Time को Utilize कर मेने अपने Field of Interest पर काम करना शुरू किया ..बार-बार हाथ लग रही असफलताओं के बावजूद भी कभी हार नहीं मानी................. बस चलता गया "खुद ही से वायदा किया नहीं रुकना है चलते रहना है जब तक नाम "अनुज " ना हो इस ज़िंदगानी में"आज माता-पिता के आशीर्वाद और परमेश्वर की विषेश कृपा दृष्टि के फलस्वरूप जीवन में बहुत अच्छा कर पा रहा हूँ.......Thank U GOD
Dekho -------------- ek raah
Andhero ke beech se Zindagi ne kaha ki,, Dekho 👉 Ujjas ho raha hai.. ⏳
Anuj Pareek
Anuj Pareek
#माँ #maa
#माँ
#MyWORDIsMyWORLD
एक तू ही है की जिसने
मेरी पीड़ा को छावं दी
वरना
टूट गया था मैं तो
हर बार हर लम्हा हर पल सम्भाला तूने वरना
इतनी शानो शौकत से कहा खड़ा कर पता अपने आप को
एक तू ही तो थी माँ जिसने बार बार हर बार सवारा मुझे
हर डगर हर राह पर तूने ही तो हौसला बढ़ाया था मेरा !
Written by #AnujPareek
#MyWORDIsMyWORLD
एक तू ही है की जिसने
मेरी पीड़ा को छावं दी
वरना
टूट गया था मैं तो
हर बार हर लम्हा हर पल सम्भाला तूने वरना
इतनी शानो शौकत से कहा खड़ा कर पता अपने आप को
एक तू ही तो थी माँ जिसने बार बार हर बार सवारा मुझे
हर डगर हर राह पर तूने ही तो हौसला बढ़ाया था मेरा !
Written by #AnujPareek
Tuesday, 12 July 2016
extraChiz #अतिरिक्तआय_रिश्वत #ExtraChiz by Anuj Pareek
#ये_खाना-खाना क्या है??
हर दफ्तर में काउच.....
ये खाना खाना क्या है ,,,,
कोईकम कोई ज्यादा ,, खाना खाना अब तो यही है हर जगह खाओ और खाने दो ,,,,
एक्स्ट्रा चीज़ आने दो
#अतिरिक्तआय_रिश्वत
#ExtraChiz
Anuj Pareek
हर दफ्तर में काउच.....
ये खाना खाना क्या है ,,,,
कोईकम कोई ज्यादा ,, खाना खाना अब तो यही है हर जगह खाओ और खाने दो ,,,,
एक्स्ट्रा चीज़ आने दो
#अतिरिक्तआय_रिश्वत
#ExtraChiz
Anuj Pareek
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